पूर्व विधायक ने ग़रीबों के बीच मनाया जन्मदिनसांझ की रोटी टीम के साथ झोपड़ियों में पहुंचे भंडारीभोजन के पैकेट बांटे, लिया आशीर्वादये जो फफोले तलुओं मे दीख रहे हैं
पूर्व विधायक ने ग़रीबों के बीच मनाया जन्मदिन सांझ की रोटी टीम के साथ झोपड़ियों में पहुंचे भंडारी भोजन के पैकेट बांटे, लिया आशीर्वाद ये जो फफोले तलुओं मे दीख रहे हैं ये मुझको उकसाते हैं । पिण्डलियों की उभरी हुई नसें मुझ पर व्यंग्य करती हैं । मुँह पर पड़ी हुई यौवन की झुर्रियाँ क़सम देती हैं । कुछ हो अब, तय है – मुझको आशंकाओं पर क़ाबू पाना है, पत्थरों के सीने में प्रतिध्वनि जगाते हुए परिचित उन राहों में एक बार विजय-गीत गाते हुए जाना है – जिनमें मैं हार चुका हूँ ।। कवि दुष्यंत की यह पंक्तियां आज जीवंत प्रतीत हुईं, जब राजगढ़ ज़िला स्थित नरसिंहगढ़ विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक गिरीश भंडारी अपना जन्मदिन मनाने नरसिंहगढ़ शहर की ग़रीब बस्तियों में पहुंचे। भूख से बेकल बच्चों को पौष्टिक आहार दिया, झोपड़ियां देखीं, झोपड़ियों में कराहती ज़िन्दगियाँ देखीं...इंसान और भूख की लड़ाई देखी.. !! दरअसल एक जननेता जब अपनी खुशियां ग़रीबों के साथ बांटता है, तो हाशिये के उन लोगों की एक उम्मीद बन जाता है। यही हुआ..अपने बीच अपने प्रिय नेता को देख इन ग़रीबों की उम्मीदें ज़िंदा हो गईं। लंबी उ